f

Get in on this viral marvel and start spreading that buzz! Buzzy was made for all up and coming modern publishers & magazines!

Fb. In. Tw.

पेट्स के साथ वैलंटाइन वीक करेंगे एंजॉय अगर मान लेंगे ये बात

वैलंटाइन वीक 7 फरवरी से शुरू हो रहा है। ऐसे में बहुत से पेट पैरंट्स वैलंटाइन वीक के अलग-अलग डे को अपने पेट के साथ सेलिब्रेट करते हैं। लेकिन हम आपको बता रहे हैं इस वीक में रोज डे से लेकर किस डे तक आपको किन चीजों का ध्यान रखने की जरूरत है।

Gaurav.Khare@timesgroup.com

लंटाइन वीक का हर दिन प्यार का दिन होता है। पेट पैरंट्स के बीच भी वैलंटाइन को मनाने का चलन बढ़ा है। लेकिन बात पेट डॉग या कैट की हो तो आपको हर डे के हिसाब से कुछ चीजों के बारे में जानकारी होनी चाहिए।

रोज डे (7 फरवरी)
वैलंटाइन वीक का पहला दिन रोज डे होता है। जैसा कि हम जानते ही हैं कि पेट डॉग या कैट को कई फूलों की खुशबू प्रभावित करती हैं, लेकिन क्या रोज का भी आपके डॉग या कैट पर असर पड़ता है? इस बारे में तेगा कैनल में पशु चिकित्सक हर्षदीप तेगा बताते हैं, ‘गुलाब की पत्तियों से डॉग्स या कैट में कोई पॉइजनिंग वाली समस्या नहीं होती है, लेकिन गुलाब की डंठल में कांटें भी होते हैं तो डंठल को निकाल कर ही घर में रखें। छोटे ब्रीड के डॉग्स इन्हें चबा सकते हैं, तब परेशानी वाली स्थिति हो सकती है। वहीं डॉग या कैट गुलाब की पत्तियों को ज्यादा चबाकर ना खाएं।’ वहीं पिपुल फॉर एनिमल की फाउंडर अल्पना भारतिया बताती हैं, ‘बाजार में मिलने वाले गुलाब के फूलों में बहुत से लोग कैमिकल या आर्टिफिशल खुशबू देने के लिए स्प्रे का प्रयोग करते हैं। ऐसे में कैमिकल वाले रोज पेट्स के लिए विषाक्त का काम कर सकते हैं।’

प्रपोज डे (8 फरवरी)
प्रपोज डे यानी प्यार के इजहार का दिन। आप इस खास दिन को अपने पेट के साथ सेलिब्रेट कर सकते हैं। अपने प्यार का इजहार करने के लिए आप अपने पेट से थोड़ी-बहुत बात भी कर सकते हैं। ये ही नहीं अगर आपके पेट को कोई चीज खाने में खास पसंद है तो प्रपोज डे के दिन आप उसे उसकी पसंद की चीज देकर भी अपने प्यार का इजहार कर सकते हैं।

चॉकलेट डे (9 फरवरी)
इस दिन हम अपने चहेतों को चॉकलेट देकर उनका मुंह मीठा कराते हैं। लेकिन क्या आप चॉकलेट डे पर अपने पेट डॉग या कैट को चॉकलेट दे सकते हैं? इस बारे में डॉ. हषदीप तेगा बताते हैं, ‘डाॅग या कैट के लिए तो चॉकलेट किसी जहर से कम नहीं है। चॉकलेट में थियोब्रोमाइन होता है, जो आपके डॉग और कैट के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। डार्क चॉकलेट आपके पेट को और भी नुकसान पहुंचा सकता है। चॉकलेट खाने के बाद आपका पेट कमजोरी महसूस करने लगता है और उसको उल्टी, बुखार, कंपकंपी और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं। सिर्फ चॉकलेट ही नहीं बल्कि चॉकलेट से बने किसी भी पदार्थ को देने से बचें।’

टैडी डे (10 फरवरी)
इस वीक का सबसे क्यूट डे है टेडी डे। जहां हम किसी खास को टेडी गिफ्ट करते हैं। अगर आप अपने पेट के साथ इस दिन का एंजॉय करना चाहते हैं तो आप उनके लिए सॉफ्ट टाॅयज लाकर उन्हें गिफ्ट कर सकते हैं। इस बारे में पशु चिकित्सक डॉ. अनूप पांडे बताते हैं, ‘टेडी लेते समय उसकी क्वॉलिटी जरूर चेक करें। ऐसा न हो कि आपका पेट उसके साथ खेले तो उसके धागे निकल जाएं या उसकी आंख आैर नाक जो की प्लास्टिक की भी बनी आती हैं, वो निकलकर उनके मुंह में चली जाए। इसके साथ टेडी में किसी तरह के मेटल का प्रयोग न हो और टेडी हमेशा अपने पेट के मुंह के साइज से बड़ा ही लें।’

प्रॉमिस डे (11 फरवरी)
ये तो वादे का दिन है। तो क्यों न इस दिन आप अपने पेट से वो वादे करें जिसकी उसको आप से खास उम्मीद है? अपने पेट के लिए खुद से आप वादा कर सकते हैं कि हमेशा उसकी हेल्थ का खयाल रखेंगे या जैसे वो आपके साथ हर मुश्किल में खड़े रहता है वैसे ही आप भी उसका हर मुश्किल में साथ देंगे।

हग डे (12 फरवरी)
हग डे तो अपनों को गले लगाने का ही तो दिन है। तो क्या पेट को गले लगाने से आपका उसके साथ संबंध मजबूत होगा? इस बारे में पेट एक्सपर्ट स्वाति टंडन बताती हैं, ‘जरूरी नहीं है कि हर डॉग या कैट को आपका उसे गले लगाना पसंद आए। ऐसे में ध्यान दें कि जब भी आप किसी पेट को हग करें और आप से नजरें न मिलाए, बार-बार अपना नाक चाटे इसका मतलब ये है कि उसको आपका हग करना पसंद नहीं आ रहा है। वहीं अगर आपका पेट हग करते समय आप से नजरें मिलाए या आप जीभ चाटने की कोशिश करे, तो समझ लीजिए आपका हग करना काम कर गया।’

किस डे (13 फरवरी)
हम अक्सर सोशल मीडिया पर देखते हैं कि कई पेट पैरंट अपने पेट को किस करते हुए फोटो डालते हें, वहीं कई सेलिब्रिटीज भी ऐसा करते हुए नजर आते हैं। हालांकि आप किस डे या आम दिनों में भी ऐसी कोशिश न करें। पेट के मामले में ये प्यार जताने को सुरक्षित तरीका नहीं है। बकौल हर्षदीप तेगा, ‘डॉग के लार में चार तरीके के बैक्टीरिया होते हैं, सलमोनेला, ई कोली, क्लोसट्रीडिआ और कैम्पिलबैक्टर। ये हमें 100 तरह की बीमारियां भी दे सकते हैं। ऐसा करना बिलकुल भी सुरक्षित नहीं है।’

Post tags:
Post a Comment
By clicking on Register, you accept T&C
X
X
X